पाठकगण !
अभियान का नया अंक (अंक -92) छप गया है। कृपया अपनी प्रतियां ले लें। (17 दिसंबर , 2014)
धन्यवाद
अभियान का नया अंक (अंक -92) छप गया है। कृपया अपनी प्रतियां ले लें। (17 दिसंबर , 2014)
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'अभियान' समाज में बढ़ रही अंधविश्वास, अध्यात्मवाद, उपभोक्तावाद और विलासिता की सामंती व साम्राज्यवादी संस्कृति को खत्म कर, स्वस्थ संस्कृति के निर्माण के लिए तथा जनता को समस्याओं के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित करने हेतु प्रयत्नशील है । और हर प्रकार के जातीय, महिला व आर्थिक शोषण के खिलाफ संघर्षरत है । आपसे अपील है कि आप अपनी रचनाएं तथा सुझाव भेजकर इस अभियान में शामिल हों । E-mail :- janaabhiyan@gmail.com