टेक -: रै छिड़गी जंग उठो रै भाई
यू दुश्मन मार गिराणा सै
(अमनप्रीत विद्यार्थी)
1. सब खातर अन्न पैदा करता
खून-पसीना एक तू करता
फेर भी तू तो भूखा मरता
नाज तेरा मंडी म्ह रुलता
कद तक चुप बैठ्या रहैगा
जुलमां नै चुपचाप सहैगा
संघर्ष राह पै चलो र भाई
दुश्मन मार गिराणा सै ।
2. काले कानून लेकै आया
खेल नया डाकी नै रचाया
जमीन लेण का प्लान बणाया
मंडी खत्म करेंगें सरकारी
MSP लुट्जयागी म्हारी
जमाखोरी होवैगी भारी
बिल बिजली के घणे बढ़ाए
सरकारी महकमे निजी बणाए
इन्ने शर्म कती ना आई
देश की इज्जत बेच कै खाई
ना पाछै कदम हटो रै भाई...
के दुश्मन मार भगाणा सै !
3. मिलबैठ कै सोचो बहण अर भाई
नेता देखो यें बणे कसाई
भगत सिंह सी सोच बणाल्यो
उधम सिंह सा जोश जगाल्यो
ट्रैक्टर ट्रॉली जोड़ कै चालो
हाथां म्हं सब जेली ठाल्यो
पंजाब हरियाणा एक्का करल्यो
सही दुश्मन पै ध्यान धरल्यो
इंकलाब का नारा लाओ
इन नेत्यां नै सबक सिखाओ
सबक सिखाण नै जुटों रै भाई ..
के दुश्मन मार भगाणा सै!
4.मजदूर किसान और कर्मचारी
छात्र ,युवा संग म्हं नारी ,
मेहनतकश की एकता भारी
दिनों दिन या बढ़ती जरह्यी ,
टोल यें सारे फ्री कराए
नेता सारे हामनै भजाए ,
गाजीपुर ,सिंघु अर टिकरी
चलरह्ये म्हारे पहरे ठीकरी ,
इब या लड़ाई नही रुकैगी
जनता बिल्कुल नही झुकैगी ,
तोड़ो रै इनकी तानाशाही
जनयुद्ध की चालो राही ,
कुर्बानी तै मिलै आज़ादी
मोर्चे पै या रीत चलादी
चाहे इंच इंच कटो रै भाई दुश्मन ..
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